Gayatri Mantra Shrapit Kyon Hai | जानिए इसका रहस्य और महत्व

Hello दोस्तों आपको पता है की Gayatri Mantra Shrapit Kyon Hai दोस्तों लोगो के मन में एक संका होती है की Gayatri Mantra का जाप करना चाइये ये नहीं दोस्तों आज में आपको उसी ग़लतफ़हमी को दूर करूँगा। दोस्तों Gayatri Mantra बहुत से लोगो के जीवन में सही होता हो , तो बहुत से लोगो के जीवन में गलत भी होता है तो आज में उसी के बारे में आपको बतऊँगा।

Gayatri Mantra Shrapit Kyon Hai

 

Gayatri Mantra Shrapit Kyon Hai इसका महत्व और उत्पत्ति

Dosto इस Mantra में कुल 24 अक्षर होते है। इन 24 अक्षरों का जप हमें एकसाथ करना पड़ता है।  हमलोगो अक्सर पता नहीं होता हमलोग गायत्री मंत्र को स्पीकर में सुना करते है जो की एकदम इसे अपराध माना जाता है। दोस्तों गायत्री मंत्र का महत्व हमलोगो ॐ के मंत्र के बराबर मानते है और इसे बोलना भी जायदा कठिन नहीं है। दोस्तों इस मंत्र को आप कुछ इस प्रकार बोल सकते है।

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्

ॐ  – स्वयं ईश्वर का प्रतिक।

भूर्भुव: स्व: – जो  तीनो लोगो का निरूपण करे।

तत्सवितुर्वरेण्यं – उस सूर्य जो आदिरनीय और पूजनीय है।

भर्गो देवस्य धीमहि:  – उस दिव्य प्रकाश को हम अपने अंदर धारण करें।

धियो यो न: प्रचोदयात्: – वह हमारी बुद्धि को प्रोत्साहित और शुद्ध करे।

क्या Gayatri Mantra शापित है

दोस्तों दरअसल इस मंत्र का गलत प्रयोग ना हो इसलिए इस मंत्र को शाप मुक्त कर ही मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र जाप से पहले इसकी शाप विमोचन विधि का पालन किया जाता है। शाप विमोचन विधि के बिना गायत्री मंत्र का जाप करने से सिर्फ मानसिक शांति की प्राप्ति होती है लेकिन आपको किसी प्रकार की सिद्धि या उपलब्धि प्राप्त नहीं हो सकती है। गायत्री मंत्र के नियम को अगर आप सच्चे दिल से मानेंगे तो आपको किसी भी प्रकार के शाप नहीं लगेंगे ।

शाप को समाप्त करने के उपाय

गायत्री मंत्र की विधि को सही तरीके से पालन करने के लिए प्रमुख चरणों का पालन करें !

  • तैयारी और शुद्धि : गायत्री मंत्र का पाठ करने से पहले अपने शरीर को और आपके आस पास के स्थान को शुद्ध करें। स्नान के बाद विशेष ध्यान दें।
  • आसन :  सबसे पहले आप आसन में बैठे। मंत्र पाठ मंद ध्वनि में गायत्री मंत्र का पाठ करें । मंत्र का पुनः पुनः जब करें ।
  • मुद्रा : विशेष रूप से जो मुद्रा पसंद हो उसे अपनाये जैसे की ज्ञान मुद्रा अपने अंगूठे को अपने दृष्टि की और ले जाना ।
  • मन और ध्यान : मंत्र के पाठ के दौरान मानसिक रूप से इसका अर्थ समजने का प्रयास करे,और इससे अपने दिल में गहरी भावना के साथ गायत्री मंत्र का जप करे और गायत्री माँ के ध्यान में रहकर उसके दिव्य शक्तियो को स्वीकार करे।
  • समापन : दोस्तों मंत्र के समापन होने के बाद अपने मन में धन्यबाद और प्राथना का अनुभव करे, फिर से अपने जीवन के क्रायो में लोट आये। यह निश्चित करे, जप  धरना को निरंतर अपनाते रहे वैसे तो गायत्री मंत्र का पाठ तीन बार करना चाइये नहीं तो आप सुबह और शाम को नियमित रूप से करे। और यह आपके मानसिक और आद्यात्मिक विकाश में मदद करता है

यह भी जाने : क्षमा प्रार्थना मंत्र

गायत्री मंत्र में कितनी शक्ति है ?

Gayatri Mantra की शक्ति के बारे में बताते हुए Parivrajak Dal ने कहा की गायत्री मंत्र के 24 अक्षर है। ऋषियों ने इन अक्षर में 20 रूप में विध्वमान उन शक्तियों को पहचाना जिन्हे 24 अवतार 24 ऋषि 24 शक्तिया तथा 24 सिद्धिया कहा जाता है। गायत्री मंत्र के 24 अक्षर में 24 देवता है, इसलिए दोस्तों Gayatri Mantra को हमलोग एक शक्तिशाली मंत्र मंत्र के रूप में देखते  है ।

गायत्री मंत्र के लाभ  

गायत्री मंत्र से दोस्तों मन की सुख, वेस, पाप, भय और अशुभ जैसे नकारात्मक चीज़ो क अंत हो जाता है। इस मंत्र के जाप से मनुस्य मानसिक तोर पर जागृत हो जाता है साथ ही कहा जाता है की इस मंत्र में इतनी ऊर्जा है की नियमित रूप से तीन बार इसका जाप करने से सारी नकारात्मक शक्तिया नष्ट हो जाती है रोजाना 3 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाइये तभी हमलोगो को गायत्री मंत्र का लाभ मिलेगा ।

निष्कर्ष : तो दोस्तों मैंने आपको Gayatri Mantra Shrapit Kyon Hai इसके बारे में विस्तार से बता दिया आशा करते हु की आपको अच्छे से समाज गया होगा। दोस्तों Gayatri Mantra के जितने भी अच्छे और बुरे गुण थे मैंने सबके बारे बारे में आपको बता दिया तो आप इसी लेख की मदद से समाज गए होंगे की गायत्री मंत्र का जप सही निमयों का पालन करने से हमारे जीवन में अच्छे परिवर्तन आ सकते है। तो दोस्तों अगर आपको मेरा ये लेख थोड़ा सा भी अच्छा लगा होगा तो आप मेरे को Flow कर सकते है, में इसी तरह के Spritual चीज़ो के बारे में बताता रहता हु Thanku

24 गायत्री मंत्र PDF

दोस्तों अगर आपको गायत्री मंत्र को अच्छे से निरंतर जप करना चाहते है तो में आपको निचे एक PDF में इस मंत्र को दे दूंगा आप उस PDF से इस मंत्र का निरंतर जप कर सकते है इस PDF से आपको कोई भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा तो आप निचे PFD में Click करके इस Mantra का जप कर सकते है ।

Gayatri Mantra PDF :-  Download

FAQ : 

गायत्री मंत्र कितने दिनों में सिद्ध हो जाता है?

गायत्री मंत्र को सिद्ध करने में लगने वाला समय व्यक्ति के अभ्यास, श्रद्धा, नियम और एकाग्रता पर निर्भर करता है। यह समय हर साधक के लिए अलग-अलग हो सकता है। गायत्री मंत्र को सिद्ध करने का अर्थ है मंत्र का प्रभावी और सकारात्मक परिणाम प्राप्त करना, जिसमें साधक की साधना पूरी तरह से सफल हो जाती है।

गायत्री मंत्र कब नहीं पढ़ना चाहिए?

गायत्री मंत्र एक पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जिसके जप के लिए कुछ विशेष नियमों और शर्तों का पालन करना आवश्यक है। अनुचित समय पर जप करने से साधना में बाधा उत्पन्न हो सकती है और इसका पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता। दोस्तों जब हमलोगो का मन या शरीर अशुद्ध तब हमें इसका पाठ नहीं करना चाइये और मॉल मूत्र जैसे क्रियाओ के करने के बाद भी हमारा शरीर शुद्ध नहीं होता उस समय भी इसका पाठ नहीं करना चाइये ऐसे और भी अनेक नियम हो जो हमें पालन करना चाइये।

गायत्री मंत्र और सावित्री मंत्र में क्या अंतर है?

गायत्री मंत्र और सावित्री मंत्र दोनों ऋग्वेद से आते हैं और बहुत पवित्र हैं। लेकिन ये दो अलग मंत्र हैं। इन दोनों में सबसे बड़ा अंतर उनका उपयोग, अर्थ और परिभाषा है। आइए इसे विस्तृत रूप से समझें:

Leave a Comment