रघुपति राघव राजा राम चौपाई

हेलो दोस्तों आप सभी का Dharm Talk में फिर से स्वागत है। दोस्तों हमारे जीवन में कई प्रकार के दोहे श्लोक भजन इत्यादि है जिसे हम लोग स्पष्ट तरीकों से जानते हैं। दोस्तों इनमें से एक रघुपति राघव राजा राम चौपाई है। दोस्तों आज मैं आपको इसी के बारे में विस्तार से बताऊंगा और इस श्लोक के बारे में कुछ चीज़े भी स्पष्ट करूंगा ।

रघुपति राघव राजा राम चौपाई

रघुपति राघव राजा राम चौपाई की कुछ विशेषताएं

दोस्तों हमारे देश के बहुत ही बड़े महापुरुष  जिसे हम महात्मा गांधी के नाम से जानते हैं। महात्मा गांधी बहुत ही बड़े क्रांतिकारी थे। हमारे देश को आजाद होने में महात्मा गांधी का बहुत ही बड़ा योगदान था । दोस्तों महात्मा गांधी का भगवत गीता का एक श्लोक बहुत ही प्रिया था तो मैं आपको पहले उसके बारे में बता देता हूं।

अहिंसा परमो धर्मः। 
धर्म हिंसा तदैव च ।।
 
अर्थ : दोस्तों अहिंसा मनुष्य के सांसे बड़ा परम धर्म है,और इसका आदर करना चाइये लकिन हमें धर्म की रक्षा करने के लिए अगर हिंसा करना पड़े तो वो भी धर्म का ही हिस्सा है।
 
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दोस्तों गाँधी जी इस शोलोक का बहुत गुण गान करते थे वो लोगो को इसके बारे में भी बहुत बताते थे एवं कहते यही की आप कोई भी कार्य करते हो वह आपके धर्म से युक्त होना जरुरी है मतलब धर्मउक्त कर्म करना बहुत ही जरुरी है। दोसत उन्होंने इसके अलावे एक और शोलोक का भी बहुत गुन गान करते है जिसके बारे में आपको बताऊंगा। दोस्तों दरअसल महात्मा गाँधी ने इस शलोक को अपने हिसाब से कुछ कारणों के वजह से इस श्लोक को बदल दिया गया था। जो की बहुत सारे लोगो को इसके बारे में नहीं पता दोस्तों में आपको उसी को स्पष्ट करूँगा। तो में आपको सबसे पहले महात्मा गाँधी ने इस शलोक के कुछ लाइन को बदल के अलग कर दिया था में आपको उसके बारे में बताता हु। 
 
रघुपति राघव राजाराम। पतित पावन सीताराम।।
ईश्वर अल्लाह तेरो नाम। सब को सन्मति दे भगवान।।
 
तो दोस्तों में आपको ऊपर आपको जिस श्लोक के बारे में बताया हु वह ही महात्मा गाँधी बताया था। दोस्तों इस शलोक में गाँधी जी ने इसमें दूसरे लाइन को अपने हिसाब से तोड़ मरोर के जोड़ा गया था इसमें उन्होंने अल्लाह शब्द को अपने हिसाब से इसमें जोड़ा था। जबकि Orignal में अल्लाह शब्द कही आया ही नहीं था। तो दोस्तों इसका मूल भजन कुछ इस प्रकार है :
 
रघुपति राघव राजाराम। पतित पावन सीताराम।।
सुंदर विग्रह मेघाश्याम। गंगा तुलसी शालीग्राम।।
 
दोस्तों इस चौपाई का असली लेखक पंडित लक्ष्मणाचार्य थे उन्होंने ही इस चौपाई का विस्तार किय था। और इन्होने इस भजन को श्री नमः रामनायनम के ग्रंथो से लिया था। दोस्तों इन्होने जिस तरह से पुरे चौपाई को विस्तार से बताया है तो में आपको उसका पूरा चौपाई  निचे दे देता हु।  
 

रघुपति राघव राजाराम |

पतित पावन सीताराम ॥

सुंदर विग्रह मेघश्याम |

गंगा तुलसी शालग्राम ॥

भद्रगिरीश्वर सीताराम |

भगत-जनप्रिय सीताराम ॥

जानकीरमणा सीताराम |

जयजय राघव सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम |

पतित पावन सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम |

पतित पावन सीताराम ॥

पूर्ण अर्थ : दोस्तों रघुपति राघव राजा राम चौपाई का यह लोकप्रिय भजन न केवल भगवान श्रीराम की महिमा का गुणगान करता है, बल्कि इसमें छिपा गहन अर्थ यह है कि भगवान श्रीराम सभी के लिए समान रूप से दयालु, कृपालु और धर्म के संरक्षक हैं, जो मानवता को सत्य, अहिंसा, करुणा और धार्मिकता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं, और इस भजन के द्वारा यह संदेश मिलता है कि जीवन में भक्ति, आत्म-अनुशासन और धर्म का पालन करके ही सच्ची शांति, संतुष्टि और ईश्वर की कृपा प्राप्त की जा सकती है, जो हमें यह सिखाता है कि चाहे कोई भी व्यक्ति हो, उसका धर्म, जाति या वर्ग कुछ भी हो, भगवान सभी को एक समान देखते हैं।

दोस्तों  यह भजन हमें भगवान के प्रति निष्ठा और समर्पण को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करता है, जिससे कि हमारे भीतर से क्रोध, ईर्ष्या और अहंकार जैसी नकारात्मकताओं का अंत हो सके और हम अपने आचरण और विचारों में पवित्रता और ईश्वर के प्रति समर्पण की भावना विकसित कर सकें, जो कि केवल बाहरी धार्मिक कृत्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारे मन, आत्मा और जीवन के हर पहलू को ईश्वरीय ज्ञान, प्रेम और करूणा से भर देता है, जिससे न केवल हमारा व्यक्तिगत जीवन सुधरता है, बल्कि समाज में भी शांति और सद्भाव की स्थापना होती है।

रघुपति राघव राजा राम PDF

दोस्तों रघुपति राघव राजा राम चौपाई को बहुत सारे लोग एक Page में PDF के रूप में देखना पसंद करते है और वो कहते है की एक PDF हो उसके Phone में ताकि वो उस भजन को कभी भी कही भी पढ़ सके, तो इसलिए में आप लोगो के लिए एक PDF File निचे दे दूंगा जिससे आप इसे Download कर के इसे पढ़ सकते है।

निष्कर्ष : तो दोस्तों रघुपति राघव राजा राम चौपाई आपको  कैसा लगा आशा करता हु की आपको अच्छा ही लगा होगा। दोसत मैंने आपको एकदम स्पष्ट तरीको से बताया हु। तो दोस्तों कैसा लगा आपको मेरा ये लेख अगर थोड़ा सा अच्छा लगा हो तो आप मुझे Flow कर सकते है में ऐसी ही अच्छी अच्छी Spritual चीज़ो के बारे में बताता रहूँगा। Thanku   

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