Namami Shamishan Lyrics

Hello दोस्तों मेरे इस लेख में आपका फिर से स्वागत है । दोस्तों शिव का एक महत्वपूर्ण Rudrashtakam Mantra जो की बहुत ही प्रसिद्ध है वो  Namami Shamishan Lyrics है। दोस्तों आज मैं आपको इसी के बारे में विस्तार से बताऊंगा । दोस्तों भगवान शिव का यह Mantra हमलोग प्रायः सभी को पता होगा दोस्तों में आपको आज इस Mantra को अच्छे से अर्थ के साथ समझाऊंगा और इसके महत्व के बारे में भू बतऊँगा।

Namami Shamishan Lyrics

Namami Shamishan Lyrics 

दोस्तों Namami Shamishan Lyrics के बारे में जानने से हमें संस्कृत मंत्र के महत्व को समझने में मदद मिलती है। इस मंत्र का जाप करने से हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलती है।

मुख्य बातें

  • नमामि शामिषणम् मंत्र एक प्रसिद्ध संस्कृत मंत्र है
  • इस मंत्र का जाप करने से हमें मानसिक शांति मिलती है
  • नमामि शामिषणम् मंत्र के अर्थ और महत्व को समझना आवश्यक है
  • संस्कृत मंत्र का जाप करने से हमें आध्यात्मिक उन्नति मिलती है
  • नमामि शामिषणम् मंत्र का जाप करने से हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलती है

तो ये मंत्र कुछ इस प्रकार है :

नमामी शमीशान निर्वाणरूपं,
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् !
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं,
चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ।।

निराकारमोंकारमूलं तुरीयं,
गिरा ज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् !
करालं महाकाल कालं कृपालं,
गुणागार संसारपारं नतोऽहम् ।।

तुषाराद्रि संकाश गौरं गंभीरं,
मनोभूत कोटिप्रभा श्री शरीरम् !
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारुगङ्गा,
लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा ।।

चलत्कुण्डलं भ्रू सुनेत्रं विशालं,
प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् !
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं,
प्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि ।।

प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं,
अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशम् !
त्रयः शूल निर्मूलनं शूलपाणिं,
भजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यम् ।।

कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी,
सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी !
चिदानन्द संदोह मोहापहारी,
प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ।।

न यावत् उमानाथ पादारविन्दं,
भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् !
न तावत् सुखं शान्ति सन्तापनाशं,
प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासम् ।।

न जानामि योगं जपं नैव पूजां,
नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम् !
जरा जन्म दुःखौद्य तातप्यमानं,
प्रभो पाहि आपन्नमामीश शम्भो ।।

रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये !
ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति ।।

Namami Shamishan lyrics with meaning

रुद्राष्टक भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया एक अद्भुत स्तोत्र है, जिसमें उनकी दिव्यता, स्वरूप और महिमा का वर्णन किया गया है।इसमें शिव को शमीशान (श्मशान के स्वामी), निर्वाण स्वरूप (मोक्ष प्रदान करने वाले), व्यापक (सर्वत्र विद्यमान) और ब्रह्मस्वरूप कहा गया है। वे निर्गुण, निर्विकल्प और चिदाकाश रूप में व्याप्त हैं।

शिव को निराकार, ओंकार का मूल और ज्ञान से परे बताया गया है। वे महाकाल हैं, कराल (भयंकर) भी हैं और कृपालु भी। उनका गौर वर्ण हिमालय के समान है, और उनके मस्तक पर पवित्र गंगा प्रवाहित हो रही है। उनके कंठ में सर्प और भाल पर चंद्रमा सुशोभित है।उनकी विशाल नेत्र, नीलकंठ रूप और करुणामय स्वरूप का वर्णन किया गया है। वे शूलधारी हैं, संपूर्ण संसार के नाथ हैं, और सभी बाधाओं का नाश करने वाले हैं।

अंत में, कवि स्वयं को अज्ञानी मानते हुए शिव की शरण में जाता है और उनसे जन्म-मृत्यु के दुखों से मुक्ति देने की प्रार्थना करता है। इस स्तोत्र का श्रद्धापूर्वक पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

मंत्र का इतिहास

Namami Shamishan Lyrics का इतिहास बहुत पुराना है। यह मंत्र हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक को समर्पित है। इसका जाप करने से कई लाभ होते हैं।

आध्यात्मिक महत्व

दोस्तों नमामि शामिषणम् मंत्र का आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है। इसका जाप करने से आत्मिक शांति और मोक्ष प्राप्ति होती है। यह हिंदी मंत्र की श्रेणी में आता है।

मंत्र की शक्ति

Namami Shamishan Lyrics  की शक्ति बहुत अधिक है। इसका जाप करने से कई लाभ होते हैं। यह मंत्र आध्यात्मिक मंत्र की श्रेणी में आता है।

मंत्र अर्थ लाभ
नमामि शामिषणम् आत्मिक शांति और मोक्ष प्राप्ति मन की शांति, आत्मविश्वास, और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति

 

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मूल संस्कृत श्लोक का पाठ

दोस्तों हमें संस्कृत मंत्र से आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं। नमामि शामिषणम् मंत्र का जाप करने से मन शांति और सुख पाता है। 

संस्कृत मंत्र का महत्व बहुत अधिक है। यह हमें आध्यात्मिक शक्ति देता है और जीवन को सकारात्मक दिशा देता है।

Namami Shamishan Lyrics का पाठ करने से पहले, इसके अर्थ और महत्व को समझना जरूरी है। यह मंत्र हमें संस्कृत मंत्र की शक्ति को समझने में मदद करता है।

दोस्तों संस्कृत मंत्र के लाभों को समझने के लिए, हमें इसके विभिन्न पहलुओं पर विचार करना चाहिए। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:

  • संस्कृत मंत्र का जाप करने से मन को शांति और सुख की प्राप्ति होती है
  • यह हमें आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है और हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाता है
  • संस्कृत मंत्र का महत्व हमारे जीवन में बहुत अधिक है

इन बातों को ध्यान में रखते हुए, हम संस्कृत मंत्र का पाठ कर सकते हैं। और इसके लाभों को समझ सकते हैं। संस्कृत मंत्र का जाप करने से हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है यह मंत्र हमें संस्कृत मंत्र की शक्ति को समझने में मदद करता है। और हमारे जीवन को बेहतर बनाने में सहायक होता है।

Namami Shamishan Lyrics

श्लोक का शुद्ध उच्चारण

दोस्तों मंत्र जाप के लाभ प्राप्त करने के लिए, श्लोक का सही उच्चारण बहुत जरूरी है। अगर हम श्लोक को सही तरीके से नहीं पढ़ते हैं, तो इसका मतलब और प्रभाव बदल सकता है।

श्लोक पढ़ने से पहले, हमें इसके नियमों को समझना चाहिए। उच्चारण के नियमों का पालन करने से हम श्लोक का सही अर्थ समझ पाएंगे। इससे हम मंत्र जाप के फायदे भी प्राप्त कर सकते हैं।

उच्चारण के नियम

  • श्लोक पढ़ने से पहले, अपनी सांसों को नियंत्रित करें और शांति से बैठें।
  • श्लोक पढ़ते समय, जीभ और होंठों का सही उपयोग करें।
  • श्लोक पढ़ते समय, अपनी आवाज को मधुर और स्पष्ट रखें।

इन नियमों का पालन करके, आप श्लोक का सही उच्चारण कर सकते हैं। इससे आप मंत्र जाप के फायदे भी प्राप्त करेंगे।

सामान्य गलतियां और उनका निवारण

श्लोक पढ़ते समय, हम अक्सर गलतियां करते हैं। इन गलतियों को ठीक करने के लिए, अपनी गति धीमी करें और पहले श्लोक का अर्थ समझें।

गलती निवारण
श्लोक का उच्चारण तेजी से करना श्लोक का उच्चारण धीमी गति से करना
श्लोक का उच्चारण बिना अर्थ के करना श्लोक का उच्चारण करने से पहले इसके अर्थ को समझना

इन गलतियों को ठीक करके, आप श्लोक का सही उच्चारण कर सकते हैं। इससे आप मंत्र जाप के फायदे भी प्राप्त करेंगे।

नमामि शामिषणम् लिरिक्स का हिंदी अनुवाद

Namami Shamishan Lyrics का हिंदी अनुवाद बहुत उपयोगी है। यह उन लोगों के लिए है जो संस्कृत नहीं समझते हैं।

दोस्तों में आपको नमामि शामिषणम् लिरिक्स का हिंदी अनुवाद निम्नलिखित है:

  • नमामि शामिषणम् का अर्थ है कि मैं शामिषणम् को नमस्कार करता हूं।
  • यह मंत्र हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इसका जाप करने से कई लाभ होते हैं।
  • इस मंत्र का अर्थ और महत्व समझना जरूरी है।

नमामि शामिषणम् लिरिक्स का हिंदी अनुवाद करने के बाद, आप इसका जाप कर सकते हैं।

नमामि शामिषणम् लिरिक्स का हिंदी अनुवाद करने से आपको हिंदू धर्म के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी। Namami Shamishan Lyrics  का हिंदी अनुवाद करना एक अच्छा विचार है। यह आपको हिंदू धर्म के बारे में अधिक जानकारी देता है।

मंत्र अर्थ महत्व
नमामि शामिषणम् मैं शामिषणम् को नमस्कार करता हूं हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण

मंत्र का विस्तृत अर्थ

आध्यात्मिक मंत्र जाप हमारे जीवन में बड़ा प्रभाव डालता है। यह हमारे मन और आत्मा को शांति देता है। दोस्तों इसके अलावे शब्दों का अर्थ जानना बहुत जरूरी है। मंत्र के प्रत्येक शब्द में एक गहरा अर्थ होता है। यह हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जा सकता है।

Namami Shamishan Lyrics pdf

दोस्तों इस मंत्र के शोलोक को बहुत लोग एक PDF के रूप में रखना पसनद करते है, तो में उनके लिए निचे एक PDF File दे दूंगा ताकि वो उसको डाउनलोड करके कही पे भी इसका अध्ययन कर सकता है।

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निष्कर्ष : तो दोस्तों कैसा लगा आपको मेरे ये Namami Shamishan Lyrics दोस्तों मेने आपको पुरे स्पस्ट तरीके से आपको इस शोलोक को बता दिया है, फिर भी आपको कोई भी दिक्कत हो तो आप मुझे Comment कर सकते है। दोस्तों दोस्तों अगर आपको मेरा ये लेख अच्छा लगा हो तो मुझे आप Flow कर सकते है में इसी तरह ले अच्छे अच्छे लेख के बारे में बताता रहता हु।

FAQ :

क्या नमामि शामिषणम् मंत्र का क्या इतिहास है?

नमामि शामिषणम् मंत्र एक प्रसिद्ध संस्कृत मंत्र है। इसका उद्गम वेदों और उपनिषदों से माना जाता है। यह मंत्र हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

नमामि शामिषणम् मंत्र का क्या आध्यात्मिक महत्व है?

नमामि शामिषणम् मंत्र हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। यह मंत्र आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति के लिए मदद करता है।
इसका जाप करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक शक्ति मिलती है।

मंत्र का सही उच्चारण कैसे करें?

मंत्र का सही उच्चारण करना बहुत महत्वपूर्ण है। उच्चारण के नियमों का पालन करना चाहिए।
सही तरीके से जपने के लिए अभ्यास करना आवश्यक है।

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